साप्ताहिक चलता चक्र की रिपोर्ट
इन्दौर बेतूल हायवे सड़क पर बेलगाम डंपर और बसों की रेस में हर दिन किसी ना किसी घर का चिराग बूझता है पर जबावदार जिस क्षेत्र में घटना होती है वहां एक दो दिन लोकदर्शक कार्यवाही कर इंसान के तीसरे की तरह फिर भूल जाता है कि इन हैवान हत्यारों पर सतत प्रशासन का डंडा चलता रहे।
कन्नौद/देवास (ब्यूरो) - गत मंगलवार की शाम दो परिवार की बरबादी की शाम थी। दो मासुम चेहरे जीवन में कुछ अच्छा बनने के सपने को साकार करने के लिए सरस्वती के मंदिर से ज्ञान अर्जन कर अपने घर के लिए पैदल निकले कलवार से मुश्किल से दो किलोमीटर भी नहीं चले की घाट पर हंसते खिलखिलाते दो मासूम अल्पना और भीम सिंह को यमराज डंपर ने कुचलकर मौत की नींद सुला दिया जो अव कभी भी दोनों के परिवार में उनकी आहट सुनाई नहीं देगी। दोनों स्कूल से अपने घर जाते समय दुर्घटना के शिकार हो गये। याने दो परिवार बर्बाद हो गये। तत्काल पुलिस और एंबुलेंस पहुंच गए किन्तु तब तक दोनों अलविदा कह गये। चालक हत्यारा मौके से भाग निकला जिसपर पुलिस ने हत्या का मुकदमा कायम करना चाहिए जिससे कठोर से कठोर दंड मिल सके।इसी के साथ कानून के रक्षक सडक पर लगातार कानून का डंडा चलाते हुए वेलगाम दौड़ते वाहनों को थाने के सामने नहीं हायवे के कुछ पाइंट बनाकर जहां इनकी अंधगति रहती है जैसे कलवार घाट, दोनों नदी के पास मुक्तिधाम के पास इस तरह के स्थानों पर खड़े रहकर कठोर सत्य कार्यवाही करें तो ही इनपर लगाम लग सकती है । क्या ए एस पी श्री आकाश भूरिया जीअपने अधीनस्थ अधिकारियों को तत्काल इस तरह के निर्देश देकर स्वयं भी इस तरह की कार्यवाही की समय समय पर जांच करेंगे?
जिले के अंतर्गत निक्कमे परिवहन अधिकारी महीने के शुरूआती दिन या महीने के अंतिम सप्ताह चंदा बसूली करने सड़क पर दिखते रहे हैं पर सड़क पर हर पल होती रेस पर कभी भी यह अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं ।इतना ही नहीं इस हायवे पर इन्दौर से बेतूल तक एक दर्जन से अधिक पुलिस थाने और चौकी है पर कभी भी उनके ही सामने से बेलगाम भागते वाहनों को कभी नहीं रोका जाता है। चालक शराब पीये हुए हैं या नहीं कभी जरूरत नहीं समझते यही कारण है बिंदास बेलगाम वाहनों की आवाजाही पर लगाम नहीं लगा। जिले के कलेक्टर और एसपी को कभी इस क्षैत्र में आना होता है तो यह अधिकारी आष्टा से खातेगांव/कन्नौद क्षैत्र का दौरा करते हैं इस यमराज सड़क पर कभी भी आते जाते नहीं देखा तो इनसे क्या उम्मीद रखी जा सकती है कि बेलगाम वाहनों पर सख्ती होगी? इनको इनकी जान प्यारी है भाड में जाए जनता की कहावत इनपर सही बैठती है। इसके बाद जनप्रतिनिधि आते हैं इन्दौर से हरदा तक छह विधायकों का क्षैत्र से यह यमराज सड़क गुजरती है इनको दुख कुछ समय तक जब जिस क्षैत्र मैं घटना होती है इसके बाद हमदर्द बनकर घटनास्थल मृतक के परिवार के बीच जाकर घड़ियाली आंसू लाकर दुख व्यक्त कर इतिश्री करते देखा जा सकता है जबकि सौ फीसदी इस यमराज सड़क के क्षैत्र वाले विधायक सत्ता पक्ष के है अगर जिला अधिकारी की नकेल कसते तो निश्चित है घटना रोज में नहीं होती पर यह सब भी चापलूसी के पुतले है इनको जिलाकलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक से अपनी गोटी बैठाकर अनेक लाभ के साथ मिल कमाना मात्र रहता है।इसके कारण यह जनप्रतिनिधि मूकदर्शक पशु की तरह होती घटना को देखते रहे हैं।
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