बड़वाह (निप्र) - स्थानीय शासकीय महाविद्यालय के जिम्मेदार छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए कितने लापरवाह है.? इसकी बागनी मंगलवार सुबह देखने को मिली। महाविद्यालय में अध्यनरत छात्राओं को भेड़-बकरी की तरह ठूस-ठूस कर माल वाहक वाहन में भरकर ग्राम मुरल्ला में लगे एनएसएस कैंप में सहभागिता निभाने हेतु ले जाया जा रहा था। इस दौरान शहर के जागरूक नागरिक विशाल वर्मा,गड़बड़ तिवारी आदि की नजर पड़ उक्त वाहन पर पड़ गई। महाविद्यालय की कार्यप्रणाली को लेकर उन्होंने विरोध जताया और छात्राओं को माल वाहक वाहन से उतरवाया। इसके बाद महाविद्यालय के जिम्मेदारों ने छात्राओं को कैंप तक ले जाने के लिए टेंपो वाहन से पहुंचा। इस घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ। जिस पर शहर के आमजन ने नाराजगी जाहिर कर कॉलेज प्रशासन पर गहरे सवाल खड़े किए। घटनाक्रम के प्रत्येकदर्शी विशाल वर्मा ने बताया कि सुबह के समय मैं कालेज की तरफ जा रहा था। तभी देखा की करीब 25 से अधिक बालिकाओं को छोटे लोडिंग वाहन में खड़े कर ले जाया जा रहा था। जब मेने बच्चो को इस तरह वाहन में ले जाने की जानकारी एनएसएस प्रभारी गोविंद वास्कले से चाही तो उन्होंने बताया की हमे वाहन के लिए अलग से कोई फंड नही आता है। जब प्रतिनिधि ने श्री वास्कले से जानकारी चाही तो उन्होंने बताया की यह शिविर सात दिवसीय है ।जिसके लिए 50 लड़की और 50 लडको के लिए शासन से कुल दस हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से हमे खर्चा राशि मिलती है। जिसमे बच्चो को दोनो समय भोजन और चाय के साथ ही शिविर में आने वाले अतिथियों के स्वागत सत्तकार की व्यवस्था करना होती है ।जिसके अनुसार हमे ये राशि भी कम पड़ती है ।ऐसी स्थिति में वाहन का खर्च हमे अलग से नही मिलता ।उल्लेखनीय है की इस मामले को उजागर करने वाले श्री वर्मा ने जब सुबह श्री वास्केल से दूरभाष पर चर्चा की तो उन्होंने उन्हें वाहन के लिए फंड नही होने की बात कही। वही जब प्रतिनिधि ने श्री वास्कले से चर्चा की तो उन्होंने कहा की हमने तीन टेप्पो की व्यवस्था बच्चो को ले जाने के लिए की है। जबकि बच्चे गलतफहमी में उस लोडिंग वाहन में सवार हो गए थे। खैर इस मामले में यदि बारीकी से जांच करवाई जाए तो कालेज प्रशासन की कई लापरवाही का खुलासा हो सकता है ।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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