बडवाह (निप्र) - नगर से लगे वनक्षेत्र में अक्सर वन्यप्राणी विचरण करते बस्तियों तक पहुँच जाते है। इसका कारण भोजन की तलाश या मार्ग से भटकाव हो सकते है। बीते मंगलवार की रात्रि को सीआईएसएफ कैंपस बड़वाह के परिसर क्षेत्र एवं उसके आसपास के क्षेत्र में तेंदुआ देखा गया। जंयती माता रोड़ स्थित सुदर्शन भवन के नजदीक बन्दर पर हमला किया। परिसर में मौजूद अधिकारीयों एवं प्रशिक्षणार्थियों ने इस घटना को अपने मोबाइल में कैद भी किया। तेंदुए के हमले से बचने और उसे सुरक्षित करने के उद्देश्य से वन विभाग द्वारा सीआईएसएफ कैंपस के अन्दर तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया। प्रथम आरक्षित वाहिनी में पदस्थ सीनियर कमाण्डेन्ट श्रीमती रूची आंनद द्वारा सीआईएसएफ एवं उनके परिवार के सदस्य/बच्चों एवं स्थानीय निवासियों को तेंदुआ से सर्तक रहनें की अपील की गई है। वन विभाग द्वारा भी आसपास के रहवासियों और आवागमन करने वाले नागरिको से सतर्क रहने एवं तेंदुआ दिखने पर उसकी सुचना तुरंत वन विभाग को देने की अपील की गई है। उल्ल्लेख्ननीय है की जयंती माता से लगाकर सिद्ध्वरकूट तक लगे वन क्षेत्र में श्रद्धालुओ एवं बाँध कर्मचारियों समेत अनेक लोगो का आवागमन रहता है। जिससे वन्य प्राणियों के सड़क दुर्घटना में घायल होने की संभावना बनी रहती है। वन विभाग ने रात्री के समय जंगल में प्रवेश निषिद्ध किया है फिर भी कुछ वाहन रात में किसी तरह वन क्षेत्र में आ जाते है। इसके अलावा वन्य क्षेत्र में पार्टी पिकनिक करने वालो की तदाद भी शनैः शनैः बढ़ रही है जिससे वन्य क्षेत्र में प्रदुषण और गन्दगी बढती है।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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