देवास जिला पूर्व कलेक्टर चंद्रमौली के पद चिन्हो पर चल पड़ा है खुलकर हो रहा था भ्रष्टाचार भ्रष्टाचार भ्रष्टाचार?
साप्ताहिक चलता चक्र की यह खास रिपोर्ट
देवास (डेस्क) - देवास जिले में जब से श्री ऋषभ गुप्ता जिला कलेक्टर के रूप में आए हैं और उनकी कार्यप्रणाली को देखते हुए जिले की जनता को धीरे-धीरे विश्वास बनने लगा था कि अब देवास जिले में से भ्रष्टाचार का जनाजा उठ जाएगा किंतु वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि फिर से एक बार जिस तरह चंद्रमौली के राज में भ्रष्टाचार तेजी से फल फूल रहा था राजनेताओं के तलवे चाटते हुए लोग दौलत कमाते रहे बहती गंगा में न सिर्फ अधिकारी और कर्मचारी लिप्त थे वरन राजनेताओं के सिपाह सलाहकारों ने जी भरकर भ्रष्टाचार किया! अगर पिछले पन्ने उलट कर देखा जाए तो स्वयं शासन की जांच में कई नगर पंचायत पर भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए गए और उसकी जांच भी हुई जांच में दोषी पाए जाने के बाद आज तक क्या हुआ यह सर्व विदित है! राजनेताओं की कठपुतली बनकर चला चंद्रमौली का शासन काल सड़क छाप नेताओं से लेकर कई कर्मचारी और अधिकारियों को कुबेर पुत्र बना चुका है वही स्थिति आज़ फिर से निर्माण होने लगी है मीडिया के माध्यम से इतनी प्रमाण देने के बावजूद कार्रवाई नहीं होना इस बात का स्पष्ट प्रमाण है!
देवास जिले में नेमावर से इंदौर तक नेशनल हाईवे रोड का निर्माण हो रहा है इसके चलते टाकली खेड़ा ग्राम के अंतर्गत दो भाइयों से रोड का ठेकेदार जमीन खरीदता है और उस जमीन के ऊपर हजारों की संख्या में हरे-भरे सागवान वृक्षों को काटकर वहां से मोरम तथा पत्थर निकलता है दिन रात ब्लास्ट की आवाज से समूचा ग्राम थरथरा जाता है हजारों नहीं लाखों की संख्या में डंपर वहां से मोरम पत्थर इत्यादि निकाल कर सड़क पर लाते हैं इस बात को लेकर हमने पूर्व में भी सर्व विस्तार समाचार प्रकाशित किया था इसके बावजूद भी कार्रवाई नहीं होना स्पष्ट दिखता है कि आज भी भ्रष्टाचार का जो पेड़ लगा है वह फल फूल रहा है! हमारे खातेगांव संवाददाता ने जो जानकारी उपलब्ध कराई उसमें खातेगांव तहसील के तहसीलदार की गाड़ी उस अवैध उत्खनन स्थान पर खड़ी देखी गई और वहां पर जो कार्यवाही की गई मय सबूत के आपके समक्ष मीडिया के माध्यम से प्रसारित हुई है इसके बावजूद आज तक जांच के निर्देश क्यों नहीं हुए?
क्या यह भ्रष्टाचार का जलजला देवास जिले तक पहुंचा है? इस तरह के मीडिया के माध्यम से कन्नौद एवं खातेगांव क्षेत्र के कई मुद्दे प्रामाणिक रूप से प्रकाशित और प्रसारित किए गए क्या हुआ उन मुद्दों पर क्यों नहीं की गई उन पर कार्रवाई जो सरेआम भ्रष्टाचार कर गए कन्नौज के तात्कालिक तहसीलदार रवि शर्मा के द्वारा अवैध उत्खनन के भरे मुरम के ट्रैक्टर जप्त किए गए उत्खनन हो रहे हैं स्थान पर जेसीबी तथा तीन ट्रैक्टर तहसीलदार ने पकड़े थे जो तहसील ग्राउंड तक भी नहीं आए क्या कारण रहा क्या इसका उत्तर जिला प्रशासन के पास है मामला गरमाता हुआ देख जिला कलेक्टर ने रवि शर्मा को देवास अटैच कर दिया जिससे मामला ठंडा पड़ जाए क्यों नहीं की गई इसकी कार्यवाही क्यों नहीं हुई जांच कहीं ऐसा तो नहीं कि भ्रष्टाचार रूपी झाड़ की छाया देवास तक पहुंच गई हो यह बात आज हर व्यक्ति के मुख पर आ रही है
हम बार-बार कह रहे हैं कि नेमावर स्थित मां नर्मदा के आंचल से बड़ी-बड़ी मशीनों के माध्यम से अवैध रूप से रेत का उत्खनन किया जा रहा है हमने पूर्व में भी मांग की थी कि जिला कलेक्टर स्वयं घटना स्थल पर जाकर जांच करें क्यों नहीं की गई जांच जबकि देवास जिले में कन्नौद एवं खातेगांव में दो- एसडीएम है उनको ही निर्देश दिए जाते की मौके पर जाकर रिपोर्ट तलब करें किंतु ऐसा क्यों नहीं किया! आपको हम स्मरण करना चाहते हैं कि आप जब इस क्षेत्र में दौरे पर आए थे अपने ट्रैक्टर नुमा डंपर देखे थे और देखकर बड़ा आश्चर्य व्यक्त करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को लताड़ा था जब आपने यकृत की देखा था तब तो दो-तीन ट्रैक्टर चल रहे थे लेकिन आज यह स्थिति है कि डंपर नुमा दो दर्जन से अधिक ट्रैक्टर जिनके आगे और पीछे नंबर प्लेट तक नहीं है मां नर्मदा से 100 किलोमीटर दूर तक जाकर सरे आम दिनदहाड़े निकलते हुए देखे जा सकते हैं आम जनता यह सब देख रही है क्या आपके अधीनस्थ अधिकारी या सब कुछ नहीं देख रहे आंखों पर काली पट्टी बांध रखी है आरटीओ और खनिज अधिकारी किस बात का वेतन ले रहा है
राजस्व विभाग और खनिज विभाग का काम पुलिस विभाग कर रहा है जगह-जगह दबीस देकर कई अवैध उत्खनन के मामले सामने लाया है इसके बावजूद राजस्व विभाग और खनिज विभाग चुप्पी सादे क्यों बैठा है? यह तमाम मीडिया के सवालों का उत्तर क्या जिला कलेक्टर के पास है? जब संयुक्त रूप से मीडिया इस मुद्दे को उठाएगी तो राज्य सरकार तक क्या स्थिति होगी ! इसको समझते हुए पहले ही जिला प्रशासन ने इस और ध्यान दे देना चाहिए! कन्नौद एवं खातेगांव के तहसीलदार ने पिछले दिनों डायनामाइट से विस्फोट करते हुए पोकलेन मशीन एवं जेसीबी मशीन के साथ डायनेमिक से विस्फोट करते हुए सामग्री जप्त की थी जिसका मौका पंचनामा भी बनाया गया था किंतु राजनीतिक दबाव या रूपों की खनक के आगे आज तक कोई कार्रवाई नहीं की जाना एक जांच का विषय है विस्फोटक अधिनियम की धारा 1984 का स्पष्ट उल्लंघन किया जा रहा है मौके पर विस्फोट करने की कोई अनुमति नहीं है इसके बावजूद वहां पर क्यों हो रहा है विस्फोट और इस प्रकरण में कौन-कौन राजनेता और पूर्ण प्रशासनिक अधिकारी लिप्त है इसकी पूरी जांच की जानी चाहिए!
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