बडवाह (निप्र) - नर्मदा पुल के कमजोर होने से भारी वाहनों का यातायात प्रतिबंधित किया गया है.बीते वर्षाकाल से अब तक इस पुल से भारी वाहनों का आवागमन शहर में चर्चा और रोष का विषय बना हुआ है. राजमार्ग प्राधिकरण पुल की जांच और मरम्मत दोनों कर चूका है लेकिन पुल की क्षमता को लेकर अब तक कोई निर्णय ना होने से भारी वाहनों को पुल से गुजरने पर रोक लग रखी है. इससे स्थानीय ट्रांसपोर्टर खासे नाराज है क्यूंकि भारी वाहनों के प्रतिबंधित होने के बावजूद कुछ वाहन अब भी पुल से गुजर रहे है जिनमे हाईवे निर्माण करने वाली कंपनी के मालवाहक वाहन एवं ताप विद्युत सयंत्र से आने वाले राखड से भरे डम्पर शामिल है. इसके अलावा कई बार एसपी खरगोन से अन्य मालवाहक वाहनों के गुजरने की कई शिकायतें भी की गई है. ट्रांसपोर्टर का कहना है की यदि पुल की क्षमता भार सहने की नहीं है तो फिर ये वाहन कैसे गुजर सकते है? खैर मामला तकनिकी कारणों में उलझा पड़ा है परन्तु कुछ वाहनों को रोज पुल से गुजरते देख ट्रांस्पोर्टेर्स में भारी रोष व्याप्त है. शासन के इस दोहरे रवैये से वे खासे नाराज है चूँकि अन्य मार्गो से नर्मदा पार करने में वाहनों अधिक इंधन और समय खर्च करना पड रहा है. मंगलवार देर शाम बडवाह पुलिस ने वाहनों की चेकिंग कर चालानी कार्यवाही की जिसमे 8 डंपर, 2 चार पहिया वाहन और 1 दो पहिया वाहन पर चालानी कार्यवाही हुई जिसमे डंपरों पर हुई कार्यवाही ने एक बार फिर नगर में शासन के दोहरे रवैये को सुर्ख़ियों में ला दिया. जानकारी के अनुसार अधिक ऊंचाई और मानक क्षमता से अधिक भार होने के कारण डंपरों के चालान बनाए गये. इस कार्यवाही ने एक बार फिर ट्रांसपोर्ट व्यवसाइयों के मन में दबे रोष को बाहर ला दिया है . इस कार्यवाही से सपष्ट हो रहा है की भारवाहक वाहन पुल से गुजर रहे है फिर ट्रांसपोर्ट व्यवसाई क्यों अपने वाहन अन्य मार्ग से ले जाएँ? बहरहाल इसकी शिकायत एक बार फिर एसपी साहब तक पहुंची है अब देखने योग्य होगा की प्रशासन इस ओर क्या कार्यवाही करता है या यही व्यवस्था प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह के रूप में अंकित रहेगी ?
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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