इंदौर बैतूल हाईवे मार्ग पर स्थित खातेगांव के दोनों साइड नेमावर एवं कन्नौद के शराब दुकान पर सरे आम नियमों का ख़ुला उल्लंघन और इतना ही नहीं मूल कीमत जो शराब की बोतल पर प्रिंट है उससे कहीं अधिक मात्रा में अवैध वसूली का धंधा खुलेआम चल रहा है!
साप्ताहिक चलता चक्र की खास रिपोर्ट
खातेगांव/ देवास (निप्र) - लगातार कन्नौद खातेगांव के पत्रकारों को सूचना प्राप्त हो रही थी कि स्थानीय शराब दुकानों से शराब की बोतल पर अंकित मूल्य से 25 से ₹50 ऊपर तक एक बोतल पर वसूले जा रहे हैं जब इस बात की जांच करने क्षेत्र के पत्रकार शराब की दुकान पर ग्राहक बनकर गए और उन्होंने शराब दुकान पर उपस्थित कर्मचारियों से बियर की एक बोतल मांगी जिस पर 205 रुपए मूल्य प्रिंट था लेकिन दुकानदार ने ₹230 मांगे इस पर पत्रकारों ने बिल मांगना चाह तो स्पष्ट रूप से कह दिया कि "बिल प्रिंट नहीं है बिल नहीं मिलता है हमारे यहां आपको लेना है तो इसी भाव में मिलेगी अन्यथा वापस कर दीजिए" इसका पत्रकारों ने वीडियो भी बनाया है जो इस समाचार के साथ लगाया जा रहा है! इतना ही नहीं मध्य प्रदेश शासन के नियम में राज्य की किसी भी शासकीय शराब दुकान पर अहाते नहीं चलेंगे इसके बावजूद खातेगांव में नेमावर रोड की ओर दुकान के पीछे और इंदौर की तरफ की दुकान के ठीक साइड में आहते चल रहे हैं जबकि इस मार्ग से जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी आते जाते हैं तथा स्थानीय प्रशासन के अधिकारी भी वहीं पर यह सब नजारा देखते हैं इसके बावजूद इस पर प्रतिबंध क्यों नहीं है यह प्रश्न बना हुआ है? पत्रकारों ने जब यह जानकारी उनके वरिष्ठ आबकारी अधिकारियों को दी तो उन्होंने कहा कि हम अभी इसको दिखवाते हैं इसके बाद ही हम कुछ बता पाएंगे! एक शराब दुकान से औसतन प्रतिदिन करीब 5 से 6 लाख रुपए की शराब बिकती है उस मान से प्रति बोतल 30 से ₹50 अधिक वसूली की जाती है तो प्रतिदिन कितने रुपए अधिक वसूल किए जाते हैं इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं! इस तरह दिनदहाड़े ग्राहकों की जेब पर डाका डालने वाले इन डकैतों के खिलाफ क्या कोई कार्रवाई होगी या जिले के अधिकारी चंद नोटों में अपने कर्तव्य को बेचकर इस तरीके से लूटने के लिए खुला छोड़ेंगे?
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