साप्ताहिक चलता चक्र की यह रिपोर्ट
कन्नोद/देवास (निप्र) - स्थानीय उपवन मंडल अधिकारी श्री शंकर लाल यादव के स्थानांतरण हुए काफी समय हो गया इसके बावजूद उनका पद पर यहां पर बने रहना निश्चित रूप से स्थानीय राजनेताओं से घनिष्ठ तालमेल और उच्च अधिकारियों से साठगाँठ का परिणाम है कि कन्नौद, खातेगांव, नेमावर, कांटाफोड़, सतवास एवं लोहारदा रेंज मैं दिनदहाड़े कुल्हाड़ियाँ चलती है और यह अधिकारी अपने अधीनस्थों को न सिर्फ बचाने का काम करते हैं वरन उजडते जंगल पर शाबाशी देते फिरते हैं! हाल ही में नानसा क्षेत्र के जंगल की ताजा रिपोर्ट में नाकेदार अपने दो कर्मचारियों के साथ जंगल को काटते हुए पाया गया जिसकी ग्रामीण ने तत्काल एसडीओ श्री शंकर लाल यादव को शिकायत की लोक दिखाने के लिए तत्काल वहां पर रेंजर को भेजा गया घटना का सत्यापन होने के बावजूद आज भी वंन रक्षा के नाम पर ले रहे हैं लाखों रुपए का वेतन से इनका पेट नहीं भरा रहा है इसी का परिणाम है कि इस क्षेत्र से जंगलों का नामोनिशान मिटता जा रहा है! जब से श्री यादव की क्षेत्र में नियुक्ति हुई है तब से आज तक का अगर गंभीरता पूर्वक जांच की जाए तो 3 साल में इस क्षेत्र में भारी मात्रा में वनों का विनाश हुआ है और उसे विनाश का मूल कारण इन्हीं के अधीनस्थ अधिकारी और कर्मचारियों का साठ घाट पाया गया है! इस बात की जानकारी हमारे द्वारा जिला कलेक्टर को भी दी गई थी जिन्होंने यह विश्वास दिलाया था कि नए डीएफओ के आने के बाद क्षेत्र के जंगल की स्थिति में सुधार होगा और जो भ्रष्ट अधिकारी है उनको तत्काल यहां से हटाया जाएगा! पदस्थ अधिकारियों की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी लेकिन यह सब बात केवल बकवास थी अधिकारियों की स्थानांतर हुए काफी समय हो गया उसके बावजूद आज तक उनको यहां से रिलीब तक नहीं किया गया तो जांच होने की बात दूर है! यहां पर यह भी स्पष्ट करना आवश्यक है कि जो भी वन विभाग का विनाश कर रहे हैं उनकी पृष्ठभूमि सत्ता रूड पार्टी से जुड़ी हुई है और उनको स्थानीय राजनेताओं का आशीर्वाद प्राप्त 90% मामले इस प्रकार के सामने आए हैं जिसमें जंगल काटने वालों की पहचान सत्ता पक्ष के रही है ! पकड़ा जाने के बाद यही अधिकारी इनको हल्की-फुल्की करवाई कर छोड़ देते हैं इसी का परिणाम है कि आज देवास जिले से वनों का भारी मात्रा में विनाश किया जा रहा है! भ्रष्ट अधिकारियों के हवाले जिले का वन विभाग चल रहा है कौन अधिकारी कौन कर्मचारी कहां पर नौकरी करेगा इसका निर्धारण वन विभाग के अधिकारी नही क्षेत्र के राजनेता लोग करते आए हैं! हजारों हेक्टर भूमि आज सगन घने वनों से मुक्त करने का इन्हीं अधिकारी तथा राजनेताओं को श्रेय जाता है! क्षेत्र के हो रहे वन विनाश को लेकर सकरीय क्षेत्र के कुछ प्रबुद्ध नागरिक गण भोपाल एवं दिल्ली वन विभाग के आल्हा अधिकारियों को मय प्रमाण वीडियो के साथ क्षेत्र में हो रहे हैं वन विनाश को लेकर संबंधित तैनात अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के लिए प्रतिनिधि मंडल बनाकर मिलने जाएंगे!
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