कुत्तों का आतंक: होली के बाद सामने आए 200 से अधिक मामले, रेबीज इंजेक्शन लगवाने अस्पतालों में लगी भीड़
भोपाल (ब्यूरो) - मध्य प्रदेश में राजधानी भोपाल में बीते कुछ महीनों से डॉग बाइट के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे में त्योहारों के समय में आवारा कुत्तों के सड़कों पर घूमने और आम जनता पर हमला करने की गुंजाइश और ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में होली के दूसरे दिन भोपाल के जीपीएस अस्पताल में एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगवाने के लिए 200 से भी ज्यादा मरीज पहुंचे। जेपी अस्पताल के सिविल सर्जन राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि, होली के अगले दिन 200 से ज्यादा लोग एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए पहुंचे। जिनमें से 38 मरीज अपना पहला डोज लगवाने के लिए अस्पताल आए थे, यानी कुल 38 लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा है और 200 के करीब लोग एंटी रेबीज के दूसरी, तीसरी और चौथी डोज लगवाने के लिए जीपीएस अस्पताल पहुंचे थे। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन की तरफ से पहले से ही सारी तैयारी कर ली गई थी। डॉक्टर का कहना है कि ऐसी गुंजाइश लगाई गई थी कि त्योहार के बाद कुत्तों के काटने के मामलों में इजाफा देखा जा सकता है। जिसके चलते अस्पताल प्रबंधन द्वारा सारी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। साथ ही एंटी रैबीज इंजेक्शन का स्टॉक भी मेंटेन कर लिया गया था। आने वाले वक्त में भी अगर डॉग बाइट्स के मामले बढ़ते हैं तो अस्पताल प्रबंधन पूरी तरह से तैयार है।
बीते सप्ताह एक बार फिर इन आवारा कुत्तों ने एक 6 साल के मासूम बच्चे को अपना शिकार बनाया। बताया जा रहा है कुत्तों ने बच्चे पर उस समय हमला किया, जब वो घर के बाहर खेल रहा था। हमले में कुत्तों ने बच्चे की आंखे और मुंह समेत पूरा शरीर बुरी तरह से नोच डाला। बताया जा रहा है कि 6 साल मासूम का बच्चा पास में ही खेल रहा था। इसी दौरान वहां पर घूम रहे खूंखार कुत्तों ने उस पर हमला करके बुरी तरह घायल कर दिया। बच्चे की आंखें और चेहरे में ज्यादा घाव हुआ है। वहीं उसका जबड़ा भी निकाल दिया। फिलहाल, बच्चे का गंभीर हालत में अस्पताल में इलाज चल रहा है। बता दें कि राजधानी में कुत्तों के आतंक की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी एक मासूम बच्चे को आवारा कुत्तों ने अपना शिकार बनाया। इससे पहले शहर में एक बच्चे को कुत्तों ने हमला किया, बेहोश हो जाने पर झाड़ियों में ले जाकर उसका हाथ खा लिया था। इस घटना पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी संज्ञान लिया था और निगम को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। नगर निगम की टीम ने आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए लगातार अभियान चलाने के निर्देश भी दिए थे। लेकिन इस कार्रवाई के बीच डॉग लवर्स आ गए, जिन्होंने कुत्तों को पकड़ने की इस मुहिम को खासा प्रभावित किया।
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