जबलपुर (ब्यूरो) - शराब की दुकान सामाजिक समस्या बन गई है। सरकार का जवाब शराब व्यापारियों की तरफ दिखाई देता है। जनता के विरोध के बावजूद शराब की दुकानों को प्राइम लोकेशन पर खोलने की अनुमति दी जा रही है। जबलपुर में 8 साल की मासूम लड़की के साथ दरिंदगी के बाद हत्या कर दी गई। क्योंकि उसके घर के पास शराब की दुकान थी। किसी अज्ञात शराबी ने उसे किडनैप किया था। गुस्से से भड़की जनता ने शराब की दुकान में आग लगा दी। घटना मंगलवार देर रात पनागर थाना इलाके के जलगांव की है। बताया जा रहा है कि बच्ची टॉयलेट के लिए मंगलवार शाम 6 बजे घर से बाहर निकली थी। वह काफी देर तक नहीं लौटी तो परिवार ने तलाश शुरू की। रात 11 बजे उसका शव तालाब में मिला। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए लेकर चली गई। इसके बाद लोग इकट्ठा होकर शराब की दुकान की तरफ बढ़े, और दुकान में आग लगा दी। घटना के समय दुकान में कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। लोगों का कहना है कि जब से गांव में शराब दुकान खुली है, तब से चौराहे पर शराबियों की भीड़ लगी रहती है। पंचायत पास में ही है। अब यहां महिलाएं अपने काम से आ नहीं सकतीं। गांव की बच्चियों को भी स्कूल जाने के लिए इसी शराब दुकान के सामने से गुजरना पड़ता है।
शराब दुकान में आग लगाने वालों को छोड़ेंगे नहीं
पनागर थाने के प्रभारी अजय बहादुर सिंह का कहना है कि शराब दुकान का कितना माल जला है? इसकी जानकारी आबकारी विभाग से ली जाएगी। दुकान में आग लगाने वालों की जानकारी भी जुटाई जा रही है। इससे पहले विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने प्रदर्शन करने वाले नागरिकों पर बल प्रयोग भी किया। रेप के बाद बच्ची के मर्डर की आशंका पर थाना प्रभारी का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है। कितनी अजीब बात है, पुलिस की नजर में 8 साल की मासूम बच्ची का रेप और मर्डर और शराब की दुकान में आगजनी के बीच पुलिस के लिए शराब की दुकान में आगजनी का मामला ज्यादा गंभीर है, जबकि यह घटना एक पब्लिक प्रोडक्ट्स के दौरान हुई है और इसमें केवल धनहानि हुई है।
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