देवास (निप्र) - लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगी हुई है। लेकिन इसके बावजूद भी रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारी रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं। लगातार लोकायुक्त द्वारा ऐसे भ्रष्ट अफसरों की धर पकड़ की जा रही है। इसी बीच बड़ी कार्रवाई उज्जैन लोकायुक्त पुलिस की टीम ने 2 लाख 10 हजार की रिश्वत लेते हुए पटवारी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। उज्जैन लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, फरियादी किसान घनश्याम चौधरी ने लोकायुक्त कार्यालय में एक शिकायती आवेदन दिया था, जिसमें फरियादी ने आवेदन में जानकारी देते हुए बताया कि आवेदक के अनुसार जिले के बरोठा क्षेत्र के पटाड़ा गांव में रहने वाले किसान की करीब 14 बीघा जमीन के सीमांकन के बदले पटवारी मनोहर बिलावलिया द्वारा उससे 2.10 लाख रिश्वत की मांग की गई। 1.90 लाख रुपए में बात हुई है और किसान द्वारा डेढ़ लाख रुपए देने की बात तय हुई थी। लोकायुक्त ने पहले तो शिकायतकर्ता किसान घनश्याम चौधरी ने की शिकायत का सत्यापन करवाया गया। जिसमें बातचीत के दौरान आरोपीगण द्वारा 1.90 लाख रुपए में बात तय हुई। आवेदन पत्र के सत्यापन एवं आरोपियों से हुई बातचीत के आधार पर शुक्रवार को पटवारी द्वारा किसान को इंदौर जिले के मांगलिया में रुपए देने के लिए बुलाया जैसे ही पटवारी ने किसान से रुपए की थैली और चेक लिया वैसे ही टीम ने रिश्वतखोर पटवारी को दबोच लिया। जिसके बाद आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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