74 प्रतिशत अंकों से 12वी उत्तीर्ण करने वाली छात्रा ने किया आत्मदाह, सुसाइड नोट में पिता, पुलिस और शराब विक्रेताओ को बताया जिम्मेदार
बड़वाह (निप्र) - थाना क्षेत्र के अंतर्गत आनेवाले वन ग्राम रावत पलासिया में एक युवती ने आत्मदाह कर अपनी जान दे दी। वजह थी पिता का शराबी होना। घटना बड़वाह थाना क्षेत्र के रावत पलासिया गांव की है। जहां शुक्रवार को 17 वर्षीय पूजा चौहान ने घर की छत पर जाकर अपने शरीर पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। इस घटना में उनका शरीर 90 प्रतिशत जल गया था। उसे इलाज के लिए इंदौर ले जाया जा रहा था, इस दौरान उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। युवती के पत्र द्वारा जानकारी मिलती है की उसके पिता शराबी के आदि है और नशे में कई बार उसकी पिटाई करते है। आगे लिखा है की युवती ने डायल 100 पर कई बार शिकायत की पर उसकी मदद के लिए पुलिस नही पहुंची। उसकी मौत के लिए उसके पिता, पुलिस अधिकारी, और अवैध शराब का व्यापार करने वाले जिम्मेदार है। ये वही वन ग्राम है जिस पर पुलिस और आबकारी विभाग की पैनी निगाह बनी रहती है। इस ग्राम से कई बार अवैध कच्ची शराब बरामद की गई है। पुलिस विभाग ने भी कई बार अवैध शराब और वाहन चोरी जैसे मामले में इस ग्राम में दबिश देकर चोरी किए वाहन जब्त किए है। अवैध शराब को लेकर कोई कार्यवाही नहीं हुई ऐसा कहना उचित नहीं होगा किंतु उन कार्यवाहियों से ये जहरीला व्यापार बंद हो गया या उस पर अंकुश लगा ये कहना भी अनुचित ही होगा।
शराब के नशे में घरेलू हिंसा, दुर्घटना, चोरी और अन्य अपराध भी इस ग्राम के इतिहास का हिस्सा रहे है। आदिवासी बहुल आबादी वाले ग्राम में युवती द्वारा ऐसा कदम उठाया जाना प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। कई बार की गई शिकायतों के बावजूद पुलिस ने शराबी पिता पर कार्यवाही क्यों नहीं की? अवैध शराब और शराब तस्करों पर अंकुश लगाने में सरकारी महकमे नाकाम क्यों है?? युवती को इतना बड़ा कदम क्यों उठाना पड़ा??? जैसे यक्ष प्रश्न प्रशासन की नीति और नीयत दोनो पर सवालिया निशान लगाते है। वर्तमान परिदृश्य में अवैध शराब गली-गली और लगभग हर होटल-ढाबे पर उपलब्ध है। ‘डायरी’ वाली दुकानों से ये जहरीला नशा सहज ही मिल जाता है और इसकी जद में आनेवालों में सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की है। इस अवैध व्यापार ने अपना निशाना क्षेत्र की युवा आबादी को बनाया है।
बहरहाल इस घटना के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा। एसडीओपी रावत, थाना प्रभारी और फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। वही आधिकारिक व्यक्तव्य में एसपी मीणा ने कहा कि इस मामले में अब तक कोई औपचारिक शिकायत प्राप्त नहीं हुई है यदि शिकायत मिलती है तो जांच कर विधिक कार्यवाही करेंगे। युवती द्वारा जो शिकायतें की गई थी उन पर कार्यवाहियां की गई है। कुल मिलाकर मामला अब जांच में है। एक युवती के द्वारा आत्मदाह करके अपनी जीवनलीला समाप्त कर लेना क्या प्रशासनिक औपचारिकता की भेंट चढ़ेगा या इस पर संज्ञान लेकर कोई ठोस और सख्त कार्यवाही देखने को मिलेगी ये तो समय ही बता पाएगा परंतु अवैध शराब और अंचल में पनपते अवैध नशे के कारोबार का असर अब समाज में दिखने लगा है। बड़वाह अनुभाग क्षेत्र में कई बार ग्रामवासियों ने ज्ञापन देकर शराब दुकानों को बंद किए जाने की मांग की है। कई विवाद और अन्य असामाजिक गतिविधियां भी इस नशे से उत्पन्न होती है। पूर्व मुख्यमंत्री साध्वी उमा भारती ने भी इन समस्याओं के लिए प्रदेश में शराबबंदी की मांग की थी जो राजनीति की भेंट चढ़ गई।
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