देवास (ब्यूरो) - चैत्र नवरात्र को लेकर विश्व प्रसिद्ध माता टेकरी का दरबार सज कर तैयार हो गया है। अल सुबह से ही भक्तों का तांता लगा है। ऐसे में टेकरी स्थित मां तुलजा और मां चामुंडा देवी के दर्शन के लिए देवास आने वाले दर्शनार्थियों का मालवांचल में प्रमुख केंद्र बन जाता है। लाखों संख्या में श्रद्धालु मां के दर पर मत्था टेकने आते हैं। बताया जाता है कि दो देवियों के वास से ही शहर का नाम देवास हुआ है। मान्यता यह भी है कि माता अपने भक्तों को तीनों रूपों में दर्शन देती है। माता का यह मंदिर सिद्ध क्षेत्र है ,जहां पर कई वर्षों तक ऋषि मुनियों ने तपस्या भी की है। इसलिए तपो भूमि और टेकरी स्थित दो देवियों के वास से ही शहर को देवास कहा जाने लगा और आज विकसित देवास की पहचान भी है। माता के दर पर आने वाले हर भक्त की मनोकामना भी पूरी होती है और मन्नत पूरी होने पर भक्त नंगे पांव तो, कोई घुटनों के बल चलकर मां के दर पर पहुंचते है। चैत्र नवरात्र के पर्व को लेकर प्रशासन द्वार माता टेकरी को आकर्षक विद्युत लाइटिंग से सजाया गया है वहीं यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गर्मी को ध्यान में रखकर पीने के पानी, टेंट और कारपेट की व्यवस्था भी की गई है। मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए यहां पर बैरीकैड्स लगाए गए हैं और पुलिस जवानों की तैनाती भी की गई है।
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