कन्नौद (डेस्क) - जी हां! हम बता रहे है इन्दौर बेतूल हाईवे सडक मार्ग की जहां पर हर क्षण मौत का खौफनाक डर बना रहता है। कब कौन सा भारी वाहन आपका काम तमाम कर दे। इस मार्ग पर अंध गति पर आज तक कोई भी लगाम नही लगा सका है। नोट की खनक के आगे इंसान की कोइ कीमत नही है। कही पर आरटीओ, पुलिस खडी मिल जाए तो खिडकी से हाथ बढाकर लक्ष्मीजी निकालकर विंदास निकल जानाआपसे यह कानून के सिपाहसालार यह भी नही पूछेंगे की आपके पास लायसेंस है या नही? चालक शराब पीया है या नही? उम्र क्या है? वाहन मे हेड लाइट कितने है? इसके बाद मोबाइल कान से हटता नही इन तमाम मसले पर कभी भी इस यमराज सडक पर जांचने परखने की जरूरत नही समझा जाता है यही कारण हर दिन किसी न किसी घर का चिराग असमय मौत का ग्रास बन रहा है। कभी कभी तो समूचा परिवार ही शिकार हो जाता है। हाल ही पिछले सप्ताह संदलपुर, ननासा,कलवार घाट धनतलाव घाट मे हुए हादसे इसके उदाहरण है। जब भी दुर्घटना होती है जनमानस मे गुस्से का ज्वाला फूटता है सडक जाम होती है जिम्मेदार अधिकारीगण अश्वासन मंत्री वनकर आम जनमानस को समझा जाते है। जबकि घटना के कारणो पर मंथन कर घटना को विराम पर विचार नही करते है। अगर जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी समझ ले और कानून का सदुपयोग करे तो निसंदेह रोज होती घटना पर अंकुश लग सकता है चंद नोट से मूल्यवान है इंसानो की जिंदगी। क्या जिम्मेदार जिले के अधिकारी जिले मे हो रही दुर्घटना को गंभीरता से मंथन कर रोकने की रणनीति बनाकर अपने अधिनस्थ अधिकारीगण को निर्देशित करेगे।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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