बुरहानपुर (ब्यूरो) - जिले में पिछले दिनों आए आंधी-तूफान से किसानों को काफी नुकसान हुआ है। किसानों ने सही सर्वे और तीन लाख प्रति हेक्टरयर का मुआवजा देने मांग की है। इसी मांग को लेकर किसान और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। दरअसल, पिछले दिनों आए आंधी-तूफान से बुरहानपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में काफी नुकसान हुआ है। केले की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। अब सही सर्वे और मुआवजे की मांग को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के नेतृत्व में किसान कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। जंहा ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि 3 लाख रुपये प्रति हेक्टयर मुआवजा दिया जाए। वहीं बिजली भी पर्याप्त दी जाए। इसके अलावा उन्होंने यह भी मांग की है कि बीमा योजना का भी लाभ किसानों को तत्काल दिया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में घूम रही सर्वे टीम निष्पक्ष और ईमानदारी के साथ नुकसान हुए फसल का सर्वे करें, ताकि किसान को बर्बाद फसल का सही और उचित मुआवजा मिल सके। इन्ही मांगों को लेकर केंद्रीय मंत्री और किसानों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। गौरतलब है कि देश में बुरहानपुर एक प्रमुख केला उगाने वाला जिला है। बुरहानपुर में होने वाली केले की खेती ने न सिर्फ विदेशों में अपनी पहचान बनाई है, बल्कि किसानों को भी समृद्ध किया है। वर्तमान में जिले के 19 हजार से ज्यादा किसान 23 हजार 650 एकड़ में केले की खेती कर रहे हैं। सालाना औसतन 16.54 मीट्रिक टन का उत्पादन हो रहा है।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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