देवास (ब्यूरो) - एक दुर्लभ प्रजाति की इगुआना और बिच्छू (एंपरर स्कार्पियन) को रेस्क्यू किया गया है। इन विदेशी प्रजातियों को एक परिवार ने अपने घर में पाल रखा था। यह खास बात है कि ये दोनों प्रजातियाँ भारत में नहीं पाई जातीं, बल्कि उत्तरी अमेरिका, पश्चिमी अमेरिका और मेक्सिको में प्राकृतिक रूप से मिलती हैं। इस रेस्क्यू ऑपरेशन को मध्य प्रदेश के संशोधित वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत अंजाम दिया गया है, जो पहली बार इस प्रकार की कार्रवाई के लिए इस्तेमाल हुआ है। इस ऑपरेशन को स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स की भोपाल और इंदौर विंग ने मिलकर अंजाम दिया। दोनों प्रजातियों को साइटिस और संशोधित अधिनियम के तहत सूचीबद्ध किया गया है। इसके व्यापार और पालने के लिए परमिट की आवश्यकता होती है। अधिकारियों को आरोपी के पास ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला। बचाए गए जानवर अब इंदौर चिड़ियाघर की देखरेख में हैं। सूत्रों का कहना है कि जांच जारी है और राज्य के बाहर और भी संदिग्धों की पहचान की गई है। जांच की जा रही है कि आरोपी परिवार ने इन विदेशी प्रजातियों को राज्य में कैसे लाया और इस काम में किसने उनकी मदद की। इन जीवों को दूसरे देश से भारत लाने के लिए साइटिस अथॉरिटी का सर्टिफिकेट आवश्यक होता है। इसके अलावा, डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड की भी मंजूरी चाहिए होती है। रेस्क्यू किए गए परिवार के पास इनसे संबंधित कोई भी दस्तावेज नहीं थे, जो इस बात को दर्शाता है कि इन्हें अवैध तरीके से भारत लाया गया था।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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