खंडवा (ब्यूरो) - जिले में एटीएस ने छापा मारकर इंडियन मुजाहिदीन के संदिग्ध दो लोगों को पकड़ा है। इनमें से एक नाबालिग है। एटीएस ने इनके कब्जे से IM, ISIS और दूसरे संगठनों का जिहादी साहित्य, 4 फोन, 1 पिस्टल और 5 जिंदा कारतूस मिले हैं। इसके अलावा IM और ISIS के वीडियो और ऑडियो भी बरामद किए हैं। एटीएस को इनपुट मिल रहा था कि एक व्यक्ति इंडियन मुजाहिदीन के मॉड्यूल पर काम कर रहा है। जिसके बाद जाँच पड़ताल शुरू की गई, तभी गुरुवार को एटीएस ने खंडवा के पंधाना रोड पर स्थित सलूजा कालोनी से 34 साल के फैजान शेख को गिरफ्तार किया है। इसके बाद गुलमोहर कॉलोनी से नाबालिग को उठाया। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि फैजान खंडवा में रहकर लोन वुल्फ अटैक की तैयारी में था। क्योंकि वह किसी बड़ी वारदात को अंजाम देना चाहता था, जिससे वह स्वयं को इंडियन मुजाहिदीन के यासीन भटकल और सिमी के अबू फैजल की तरह बड़ा मुजाहिद साबित कर सके। अपनी योजना को अंजाम देने के लिए वह लंबे समय से अवैध हथियार के कारोबार करने वालों के संपर्क में भी था। हालांकि उसकी योजना पूरी होने से पहले ही एटीएस को इंटेलिजेंस इनपुट मिल गया, जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। साथ ही फैजान को लेकर एटीएस ने कोर्ट से 5 दिन की रिमांड की मांग की है।
आतंकी के पास से भारी मात्रा में आईएम, आईएसएस और अन्य आतंकी संगठनों का जेहादी साहित्य, फोन, एक पिस्टल, 5 जिंदा कारतूस, सिमी सदस्यता के फार्म मिले हैं। जब्त मोबाइल और डिजिटल डिवाइस में आतंकी संगठनों इंडियन मुजाहिद्दीन, आईएसआईएस, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, जेहादी साहित्य वीडियो मिले हैं। गिरफ्तार आतंकी के प्रतिबंधित संगठन सिमी के सदस्यों से संपर्क भी मिला है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मध्य प्रदेश पुलिस को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि खंडवा में आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े संदेही को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। आंतकी देश के लिए खतरा हैं। मध्यप्रदेश पुलिस हर तरह की चुनौती से निपटने सक्षम है।
एसटीएफ ने पिछले वर्ष भी एक आतंकी को किया गिरफ्तार
गौरतलब है कि पिछले वर्ष जनवरी में बंगाल की एसटीएफ ने अब्दुल रकीब कुरैशी को शहर के खानशाहवली इलाके से पकड़ा था। रकीब के संपर्क सिमी और आईएसआईएस से थे। बताया जा रहा है कि टीम को ऐसा इनपुट मिला है कि फैजान, रकीब के संपर्क में था। नाबालिग को इसलिए पकड़ा गया, क्योंकि वह फैजान के संपर्क में है। फैजान और नाबालिग दोनों मैकेनिक का काम करते हैं। ATS आईजी डॉ आशीष ने जानकारी देते हुए बताया कि फैजान के संपर्क प्रतिबंधित संगठन सिमी के कार्यकर्ताओं से जुड़े होने के सबूत मिले थे। साथ ही फैजान के सोशल मीडिया एकाउंट्स पर भी आतंकी घटनाओं से जुड़ी पोस्ट पाई गई हैं। एटीएस आईजी डॉ आशीष का दावा है कि पुलिस पूछताछ में फैजान से कई अहम खुलासे हो सकते हैं।
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