Skip to main content

पुल न होने से जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं स्कूली बच्चे



 खरगोन (ब्यूरो) - मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के भगवानपुरा क्षेत्र के करीब आधा दर्जन गांव के लोगों को पुल नहीं होने से बारिश में प्रतिदिन जान जोखिम में डालकर कुंदा नदी को पार करना मजबूरी है। प्रशासन की चेतावनी के बावजूद लोग बारिश में नदी, नाले और पुल, पुलिया पार करने के लिए जान जोखिम में डाल रहे हैं। स्कूली बच्चे और ग्रामीणों को कुंदा नदी पार करना मजबूरी है। ग्राम राजमली, नीम घाटी और बिल्यापानी गांव के ग्रामीण आजादी के बाद से पुल नहीं होने से परेशान हैं। स्कूल जाने के लिये बच्चे जान जोखिम में डालकर नदी पार करने को मजबूर हैं। ज्यादा पानी होने पर परिजन बच्चों को स्कूल जाने के लिए नदी पार करवाते हैं। कुंदा नदी पर पुल नहीं बनने से ग्रामीण जान हथेली पर रखकर नदी में से निकल रहे हैं। इधर वडीया और गोपालपुरा गांव के बीच बह रही जीवन दायिनी कुंदा नदी बारिश में लोगों की परेशानी का सबब बनी रहती है। आदिवासी अंचल के ग्रामीणों को करीब 25 किलोमीटर घूमकर पीपलझोपा जाना पढता है। बारिश के दौरान पीपलझोपा में हायर सेकेण्डरी स्कूल जाने के लिये बच्चे और बीमार ग्रामीण अस्पताल जाने के लिए परेशान होते हैं। नदी में बाढ़ आ जाने से किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।

हफ्ते भर घर में दुबके रहते हैं लोग

ग्रामीण संतोष मेहता ने कहा कि एक तरफ जहां शासन प्रशासन आजादी का अमृत उत्सव मना रहा हैं, तो वहीं दूसरी ओर अमृत उत्सव को मुंह चिढ़ाते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लोग सुविधाओं से वंचित हैं। मेहता ने बताया कि बारिश के दिनों में परेशानी और बढ़ जाती हैं। कुंदा नदी में बाढ़ आने से आवागमन पूरी तरीके से बंद हो जाता हैं। वहीं, स्कूली बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित होती हैं। कभी तेज बारिश की झड़ी से एक हफ्ते तक ग्रामीण घरों में ही दुबके रहते हैं। बच्चे भी स्कूल नहीं जा पाते हैं। साथ ही बीमार या गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने में बड़ी तकलीफों का सामना करना पड़ता हैं। ग्रामीणों ने कहा कि किसी दो स्थानों में से एक स्थान पर पुल बनाने से भी दिक्कत समाप्त हो जाएगी। यदि ग्राम वड़िया गोपालपुरा में पुल बनता है तो राजमली निम घाटी और बिल्यापानी के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा।

पुल बनने से 8 गांवों को मिलेगा फायदा

यदि कुंदा नदी पर पुल बनता है तो इसकी दूरी घटकर 3 किमी रह जायेगी। साथ ही आसपास के सात से आठ ग्रामों के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। ग्रामीण संतोष अवासे, राजाराम खोड़े राजेश तंवर डेम सिंह आदि ने बताया कि कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को इस समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।बता दें कि वड़ीया के ग्रामीणों ने सन दो 2018 के विधानसभा चुनाव का बहिष्कार भी किया था। 1984 में देजला देवाड़ा जलाशय बनने से वड़ीया गांव डूब प्रभावित क्षेत्र में आया था। हालांकि क्षेत्रीय सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने अपने पिछले कार्यकाल 5 करोड़ 35 लाख रुपये का पुल बनाने का प्रस्ताव तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान को दिया था, लेकिन राशि स्वीकृत नहीं होने से ग्रामीण परेशान हैं। वे क्षेत्रीय सांसद के मुद्दा उठाए जाने की आस में हैं। उधर सांसद मुख्यमंत्री से मिलकर इस समस्या को हल करने की बात कह रहे हैं।

Comments

Popular posts from this blog

लगातार ठिकाना बदल रहा आरोपी, मुंबई क्राईम ब्रांच की उज्जैन और ओंकारेश्वर में ताबड़तोड़ छापेमारी

उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...

हनुवंतिया रिसॉर्ट में रुके दंपती के जलाशय में मिले शव, जांच जारी

खंडवा (ब्यूरो) - पुनासा ब्लॉक स्थित मिनी गोवा कहे जाने वाले पर्यटन स्थल हनुमंतिया में बड़ा हादसा सामने आया है। यहां सोमवार को पानी पर तैरते हुए दो शव नजर आए, जिसे देख मौके पर मौजूद पर्यटन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मूंदी थाना पुलिस सहित बीड चौकी पुलिस को इसकी सूचना दी गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस भी तुरंत मौके पर पहुंची और शव को पानी से बाहर निकाला गया। शवों की पहचान भगवान सिंह धाकड़ (66) और उनकी पत्नी सुनीता बाई (इंदौर निवासी) थे, जो रिलायंस कंपनी में जनरल मैनेजर पद से रिटायर हुए थे। वे पत्नी के साथ हनुवंतिया घूमने आए थे। जिन्होंने ऑनलाइन ही यहां की बुकिंग की थी और इस दौरान वे यहां बने कॉटेज में ही रुके थे।  हनुवंतिया में दंपती की मौत की खबर सुनकर परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक भगवानसिंह का साला और भतीजा अपने परिवार के साथ हनुवंतिया पहुंचे। दंपती की दो बेटियां अमेरिका में डॉक्टर हैं। वे दोनों दो दिन के ट्रिप पर हनुवंतिया आए थे और सोमवार शाम को इंदौर लौटने वाले थे, लेकिन तभी यह दर्दनाक हादसा हो गया। सोमवार सुबह एमपीटी रिसॉर्ट के मैन...

एमपी कांग्रेस में घमासान : पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर बड़ा आरोप, इंदौर कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखी चिट्ठी

इंदौर (ब्यूरो) - मध्य प्रदेश कांग्रेस में घमासान जारी है। अब इसके दायरे में पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी आ गए हैं। इंदौर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने दिग्विजय पर बड़ा आरोप लगाया और इसको लेकर एक पत्र भी लिखा। देवेन्द्र यादव ने दिग्विजय सिंह पर उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाया है। उनका यह भी कहना है कि उस समय तो मैंने कुछ नहीं कहा लेकिन इस अपमान के जवाब में मैंने एक पत्र लिखा और उसे दिग्विजय सिंह की जेब में रख दिया।   देवेन्द्र यादव ने दिग्विजय सिंह को लिखे पत्र में कहा कि आपने बीजेपी के खिलाफ आंदोलन की जानकारी देते हुए कहा था कि पहले लोकसभा, विधानसभा और वार्ड जीतो। मैं बताना चाहता हूं कि आप के उम्मीदवार अक्षय बम जो 3 महीने पहले सक्रिय थे, अब बीजेपी में हैं। राजा मंधवानी, पार्षद अर्चना राठौड़ भी भाजपा में शामिल हुए लेकिन मैं भाजपा के खिलाफ लगातार आंदोलन करता रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा।  दरअसल दशहरे पर इंदौर में दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की। इसी दौरान देवेन्द्र यादव भी उनसे मिलने पहुंचे।...