शाजापुर (ब्यूरो) - जिले के नारायण गांव निवासी किसान प्रेम सिंह गुर्जर के पिता और चाचा भगवान सिंह गुर्जर की 13 एकड़ जमीन का बंटवारे और पावती अलग अलग करवानी थी, जिसे लेकर किसान लंबे समय से परेशान था। मामले को लेकर किसान पटवारी शाहिद शाह जो उनके गांव ने पदस्थ था के पास पहुंचा और जमीन नामांतरण करने की बात कही। जिसके लिए पटवारी ने किसान से 45000 हजार रुपये की मांग की। चालीस हजार रुपये में बात तय की गई थी। जिसके बाद लोकायुक्त ने पटवारी को 5 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार पटवारी शाहिद शाह जिले के कुलमनखेड़ी का रहने वाला है। वह जिले की शाजापुर तहसील के नारायण गांव के हल्का नंबर 26 का पटवारी है और काशी नगर स्थित एक मकान में कार्यालय संचालित करता है। गुरुवार को किसान प्रेम सिंह गुर्जर ने उज्जैन लोकायुक्त में पटवारी के रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। जिस पर लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा के निर्देश पर एक टीम गठित कर किसान को 5000 हजार रुपये देकर शाजापुर रवाना किया गया। किसान तय राशि में से 5000 रुपये पटवारी को देने के लिए काशी नगर मजार युशुफी दरगाह रोड स्थित ऑफिस में देने पहुंचा। जैसे ही किसान ने पटवारी को रुपये दिए उसके तुरंत बाद पीछे से आ रहे लोकायुक्त डीएसपी बसंत श्रीवास्तव की टीम ने पामार मार दिया। ऑफिस में घुसी टीम को देखकर पटवारी शाहिद शाह कार्यालय से बाहर निकलकर सोयाबीन के खेत में भागने लगा। लेकिन, टीम ने पीछाकर उसे पकड़ लिया और उसके पास से रिश्वत के 5000 रुपये जब्त किए।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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