- अवैध काम करने वालों के खिलाफ अफसर सख्त एक्शन लें। सरकार की तरफ से पूरी छूट है।
- कोई चौराहे पर ट्रैफिक जाम नहीं होगा। इसके लिए चाहे 25 ब्रिज बनाना पड़े, बनाए जाएंगे।
इंदौर (ब्यूरो) - सोमवार को इंदौर में एक साथ चार ओवरब्रिज सीएम डॉ. मोहन यादव ने शहरवासियों के लिए लोकार्पित किए। फूठी कोठी पर आयोजित मुख्य समारोह में बरसते पानी में सीएम पहुंचे। इंदौर विकास प्राधिकरण ने इन ब्रिजों के निर्माण पर 225 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने भाषण में कहा कि मालवा को किसी की नजर नहीं लगने दी जाएगी। अवैध काम करने वालों के खिलाफ अफसर सख्त एक्शन लें। सरकार की तरफ से पूरी छूट है। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि इंदौर में चार ब्रिज का लोकार्पण हुआ है। इंदौर स्वच्छता के लिए पहचाना जाता है। इंदौर में 400 करोड़ की लागत से सीवरेज का काम होगा। आने वाले समय में इंदौर में किसी चौराहे पर ट्रैफिक जाम नहीं होगा। इसके लिए चाहे 25 ब्रिज बनाना पड़े, बनाए जाएंगे।
बंजारा समाज के लोग फूटी कोठी ब्रिज का नाम संत सेवालाल महाराज पर रखने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बीच मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने लोगों को समझाया और शांत कराया। साथ ही उन्होंने कहा कि चौराहे और ब्रिज का नाम संत सेवालाल महाराज होगा, न कि फूटी कोठी। इसके बाद सीएम मोहन यादव ने भी यह बात दोहराई। ओवरब्रिज के शिलान्यास के शिलालेख पर ब्रिज के नामकरण के कारण उठे विवाद को लेकर सीएम ने कहा कि ब्रिज का नामकरण सेवालाल महाराज के नाम से किया जा रहा है। फूटी कोठी नामकरण गया भाड़ में, हम क्यों फूठी कोठी को याद करें। सीएम ने कहा कि जिसके भाग्य फूटे, वो फूटी कोठी याद करे। संत सेवालाल महाराज के नाम पर ब्रिज की सौगात दी है और यही नाम रहेगा सौगात का सिलसिला और बढ़ता जाएगा। सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा प्रदेश में दूध उत्पादन के साथ दूध के उत्पाद भी बढ़ाए जाएंगे। दूध खरीदी में भी सरकार बोनस देगी। इसके अलावा नगर निगम पांच हजार से दस हजार गायों की गौशाला चलाएगा। उसका सरकार खर्च देगी।
मंत्री विजयवर्गीय बोले-चोरों की मां पकड़ में नहीं आ रही
कार्यक्रम में नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा इंदौर में 25 से ज्यादा ब्रिज और अंडर ब्रिज की जरूरत है। कांग्रेस के शासनकाल में इंदौर में सिर्फ दो ब्रिज थे। भाजपा के शासनकाल में 28 ब्रिज बन गए। हम विकास के लिए राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि शहर में ट्रैफिक की समस्या है। दूसरी समस्या नशे की है। हमें पुलिस की कार्रवाई से संतोष है, लेकिन संतुष्टि नहीं है। चोर पकड़ में रहे हैं, लेकिन चोर की मां पकड़ में नहीं आ रही है। इंदौर में प्रतापगढ़ से नशा आता है। मुझे तो नशे के सौदागरों के नाम भी मालूम है। हमें इंदौर में नशे को जड़ से खत्म करना है। इंदौर अहिल्या माता की नगरी है। यहां संस्कार है, संस्कृति है। महिलाएं रात को निडर होकर निकलती हैं, लेकिन कई बार नशा करने वाले शहर को बदनाम करते हैं।
अन्य चौराहों पर भी ब्रिज जरूरी : सिलावट
मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि कई वर्षों से ट्रैफिक की समस्या शहर के प्रमुख चौराहों पर है, लेकिन चार चौराहों पर अब समस्या समाप्त हो गई है। यहां तय समयसीमा में इंदौर विकास प्राधिकरण ने ब्रिज बना दिए। उन्होंने कहा कि कुछ अन्य चौराहों पर भी ब्रिज की जरुरत है। चार चौराहों पर ब्रिज बनने से वाहन चालकों को चौराहा पार करने में समय बचेगा। फूठी कोठी और भंवरकुआ चौराहे सुबह और शाम के समय ज्यादा ट्रैफिक रहता है। सिग्नल पर वाहन चालकों को पांच से सात मिनट तक खड़े रहना पड़ता है, क्योंकि कई बार दूसरी बार सिग्नल हरा होने पर चौराहा पार करने की बारी आती है, लेकिन अब यह समय बचेगा। लवकुश चौराहा, खजराना चौराहा पर एक-एक भुजा पर ट्रैफिक शुरू हुआ है। खजराना चौराहा पर विजय नगर की तरफ आने वाले वाहन चालकों को राहत मिलेगी, जबकि बंगाली काॅलोनी की तरफ जाने वालों को सिग्नल पर रुकना पड़ेगा। इसी तरह लवकुश चौराहे पर एमआर-10 की तरफ आने वाले वाहनों को सिग्नल पर इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
समारोह में विधायक रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, गोलू शुक्ला सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। तबीयत खराब होने के कारण क्षेत्रीय विधायक मालिनी गौड़ नहीं आ सकीं। ब्रिज का नामकरण संत सेवालाल महाराज के नाम से किया गया। आभार एकलव्य गौड़ ने माना।
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