बुरहानपुर (ब्यूरो) - जिले के नेपानगर क्षेत्र के जंगलों में एक बाघ मृत अवस्था में मिलने का बड़ा मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि बाघ का शव लगभग आठ दिन पुराना था, जिसका भोपाल से आई वन विभाग की टीम ने शनिवार को पोस्टमार्टम किया। यह नर बाघ था, जिसकी उम्र 10 से 12 साल थी। जांच में बाघ की सामान्य मृत्यु का संकेत मिला है, अधिकारियों ने शिकार की संभावना से इनकार किया है। यह क्षेत्र महाराष्ट्र के मेलघाट टाइगर रिज़र्व से सटा हुआ है, जहां बाघों का मूवमेंट देखा गया है। नेपानगर वन परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 197 में बाघ का शव मिला है, जिससे वन विभाग में हड़कंप मच गया। शनिवार को डीएफओ विजय सिंह सहित आसपास के तीन-चार रेंज की टीम मौके पर पहुंची। सीसीएफ, एनटीसीए और अन्य विभागों के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। 8 डॉक्टरों की टीम ने जंगल में ही बाघ का पोस्टमार्टम किया, और डॉग स्क्वाड और ड्रोन की मदद से जंगल में सर्चिंग भी की गई। इसके बाद बाघ का अंतिम संस्कार कर उसे दफना दिया गया। डीएफओ विजय सिंह ने बताया कि बाघ की मृत्यु की जानकारी मिली थी। यह मेल बाघ था जिसकी उम्र करीब 10 से 12 साल थी। एनटीसीए के प्रोटोकॉल के अनुसार 8 डॉक्टरों की टीम से पोस्टमार्टम कराया गया। बाघ के दांत, मूंछों के बाल और नाखून सुरक्षित हैं, इसलिए शिकार की संभावना नहीं दिख रही है। उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र मेलघाट कॉरिडोर से सटा हुआ है, इसलिए यहां वन्यप्राणियों का आना-जाना लगा रहता है।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
Comments
Post a Comment